आसींद (रूप लाल प्रजापति) बीमारी और मुसिबत कभी अमीरी गरीबी देखकर नहीं आती है। अगर बीमारी या मुसीबत अमीर को हो तो वह तो अपना इंतजाम आसानी से कर लेता है, लेकिन किसी गरीब को कोई बड़ी बीमारी लग जाए तो उसे पर मुसीबतो का पहाड़ गिर जाता है। भीलवाड़ा जिले की आसींद तहसील कि आमेसर ग्राम पंचायत की कुम्हारों की झोपडिया (शिव नगर) में एक गरीब परिवार कि मां प्रेमी देवी पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। वे अपने दोनों बेटो पुत्रों प्रभु लाल 16 वर्षीय, व 14 वर्षीय सोनू प्रजापति के इलाज के लिए हॉस्पिटलों में गांव में दर -दर भटक रही है। माँ ने सरकारों, भामाशाहों, समाजसेवी, पुलिस प्रशासन व अन्य संस्थाओं से मदद की गुहार लगाई है।
पिता माधू प्रजापत के लिए घर चलाने को मजदूरी ही एक जरिया है, वे दिहाड़ी मजदूरी करके अपना और बच्चों का लालन-पालन करते है। माता प्रेमी देवी ने कहा कि मेरे दोनों पुत्रों को आंखों से दिखता नहीं है और दोनों को कानों से सुनाई नहीं देता है और बोलने में भी असमर्थ है। पिता ने कहा कि भीलवाड़ा के एक अस्पताल में दिखाया परंतु गरीबी के चलते रुपए नहीं होने के कारण दोनों पुत्रों का ईलाज कराने असमर्थ रहे। यदि सरकारी मदद से दोनों पुत्रों का इलाज हो जाए तो अच्छा है। यह परिवार बीपीएल में चयनीत होने पर भी सरकार द्वारा गरीब परिवार को कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली। माता-पिता ने अपने दोनों पुत्रों के इलाज के लिए मदद की गुहार लगाई है।